tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post9017945038979966570..comments2024-03-11T07:53:35.778+05:30Comments on इयत्ता: फिर क्या कहना ?इष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-90082440350470172352007-08-23T22:23:00.000+05:302007-08-23T22:23:00.000+05:30कह दिया कुल सात वाक्य मेंआपने,जो हम कह पाते सत्तर ...कह दिया कुल सात वाक्य में<BR/>आपने,<BR/>जो हम कह पाते सत्तर में.<BR/>दे दिये आपने सात तथ्य <BR/>जिस पर हम सोचेंगे कम<BR/>से कम पूरे हफ्ते !<BR/>फिर भी <BR/>शायद समझ में ना आये<BR/>पूरी तरह कि,<BR/>कैसी प्रभु यह है<BR/>विडंबना !!<BR/><BR/> -- शास्त्री जे सी फिलिप<BR/><BR/>हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है<BR/>http://www.Sarathi.infoShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.com