tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post8894796771620779846..comments2024-03-11T07:53:35.778+05:30Comments on इयत्ता: हम ठहरे विश्वगुरूइष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-79778830290724753942007-08-26T07:44:00.000+05:302007-08-26T07:44:00.000+05:30इसमें कोई संदेह नहीं कि आप गुरु आदमी है। बिल्कुल स...इसमें कोई संदेह नहीं कि आप गुरु आदमी है। बिल्कुल सही नब्ज पकड़ी हैSatyendra Prasad Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/11602898198590454620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-45736997323139682962007-08-25T00:01:00.000+05:302007-08-25T00:01:00.000+05:30भाई उड़न तश्तरी वाले समीर लाल जी !हाँ भाई ! स्टेशन...भाई उड़न तश्तरी वाले समीर लाल जी !<BR/>हाँ भाई ! स्टेशन मास्टर को भूल गए। ग़लती हुई, माफ़ करिये. अगली बार उससे बदला ले लेंगे. याद दिलाने के लिए धन्यवाद.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-81996771775109898042007-08-24T02:52:00.000+05:302007-08-24T02:52:00.000+05:30सही है जारी रखें प्रवचन...और स्टेशन मास्टर को काहे...सही है जारी रखें प्रवचन...और स्टेशन मास्टर को काहे भूल गये. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-88779110411366416572007-08-23T23:24:00.000+05:302007-08-23T23:24:00.000+05:30सही प्रवचन दे गये मास्टर साहब!सही प्रवचन दे गये मास्टर साहब!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-45990703964542928332007-08-23T22:18:00.000+05:302007-08-23T22:18:00.000+05:30अपन तो विश्वगुरू हैं,किन बातों में ?अपना काम तो सि...अपन तो विश्वगुरू हैं,<BR/>किन बातों में ?<BR/>अपना काम तो सिर्फ प्रवचन,<BR/>किस तरह का?<BR/><BR/>शुक्रिया मेरे इष्टदेव, <BR/>इस मन को चुनौती देने वाले<BR/>लेख के लिये.<BR/><BR/>प्रभु करे <BR/>इस तरह का हर लेख,<BR/>ह्म को कर्म की तरफ<BR/>प्रेरित करे !<BR/><BR/> -- शास्त्री जे सी फिलिप<BR/><BR/>हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है<BR/>http://www.Sarathi.infoShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-5219940357552255102007-08-23T12:26:00.000+05:302007-08-23T12:26:00.000+05:30सही है. "अपन तो विश्व गुरु हैं अपना काम तो प्रवचन ...सही है. "अपन तो विश्व गुरु हैं अपना काम तो प्रवचन का है." यहां सारे ब्लॉगों पर भी या तो गाली होती है या गौंचन (फैकोलॉजी) या प्रवचन! <BR/>बहुत मस्त है. फुरसतिया भी ईर्ष्याग्रस्त हो जायेंगे. <BR/>झाड़े रहें कलेक्टरगंज!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com