tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post8111346392235750710..comments2024-03-11T07:53:35.778+05:30Comments on इयत्ता: तुम कविता होइष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-68131166482086283242009-09-26T12:50:30.192+05:302009-09-26T12:50:30.192+05:30गुस्ताखी माफ़ हो तो मै यह कहना चाहूँगा कि यह बहस बे...गुस्ताखी माफ़ हो तो मै यह कहना चाहूँगा कि यह बहस बेकार है.....कविता के साथ "समझ या समझना" जोड़ा नहीं जा सकता....ये बात ही दिल की है यहाँ समझ क क्या काम!<br /><br />बहुत सुन्दर रचना है......मन भाई..<br /><br />सप्रेम,<br />महेन्द्र मिश्रमहेंद्र मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07301840649496624127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-50794281928774972982009-08-02T00:03:44.204+05:302009-08-02T00:03:44.204+05:30अलका जी,
कविता को समझने वाला और और उसे पसंद करने व...अलका जी,<br />कविता को समझने वाला और और उसे पसंद करने वाला कोई कवि ही होता है, इस सत्य को कविता भी समझती है और वह भी कवि को बहुत प्यार करती है. दोनों ही एक दूसरे को उम्र भर चाहते हैं और एक दूसरे को अमर कर देते हैं वे ! एक दूसरे के पूरक हैं कवि और कविता . कविता कवि की पहचान है तो कवि कविता का प्रेमी. अगर मेरे लिए वह कविता है तो मेरे बिना उसकी संकल्पना ही नहीं !जितनी ही कोमल है वह उतना ही उदार हूं मैं,इसीलिए तो वह मेरे पास है. बहुत डूब कर समझना होगा आपको !Hari Shanker Rarhihttps://www.blogger.com/profile/10186563651386956055noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-51085075458812495122009-07-31T15:26:43.179+05:302009-07-31T15:26:43.179+05:30मैं इष्टदेव जी से सहमत हूँ ,वो आपके लिए तो कविता ह...मैं इष्टदेव जी से सहमत हूँ ,वो आपके लिए तो कविता है परन्तु आप उनके लिए क्या हैं.?<br />सोच के मुझे भी बताइये और इष्ट देव जी को भीalka sarwathttp://merasamast.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-8027952842108918692009-07-23T17:33:08.073+05:302009-07-23T17:33:08.073+05:30Is prbhavi rachna ke liye badhai.Is prbhavi rachna ke liye badhai.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-84344706393983668922009-07-21T15:11:16.794+05:302009-07-21T15:11:16.794+05:30यह भाषा , साहित्य, जीवन जीने की पद्धति या कुछ और भ...यह भाषा , साहित्य, जीवन जीने की पद्धति या कुछ और भी हो सकती है. सुन्दर रचना.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-6639672056169193162009-07-21T08:20:25.566+05:302009-07-21T08:20:25.566+05:30तुम्हारा यह उन्मुक्त रूप
मैनें
प्रसन्नतापूर्वक स्व...तुम्हारा यह उन्मुक्त रूप<br />मैनें<br />प्रसन्नतापूर्वक स्वीकार कर लिया है<br />हां,शर्त यह जरूर है<br />कि तुम अनुभूति एवं भाव से<br />भरी रहना<br />क्योंकि मेरे लिए तुम<br />अभी भी एक कविता हो। <br /><br />अति सुन्दर गहन भवों से युक्त सारांश .<br />बधाई.Mumukshh Ki Rachanainhttps://www.blogger.com/profile/11100744427595711291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-5981579140833054462009-07-20T10:30:37.341+05:302009-07-20T10:30:37.341+05:30हां,शर्त यह जरूर है
कि तुम अनुभूति एवं भाव से
भरी ...हां,शर्त यह जरूर है<br />कि तुम अनुभूति एवं भाव से<br />भरी रहना<br />क्योंकि मेरे लिए तुम<br />अभी भी एक कविता हो। <br />...khubsurat bhavabhivyakti..Badhai ho Radhi ji !!Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-50036153312630195222009-07-19T21:20:16.202+05:302009-07-19T21:20:16.202+05:30लाजवाब!!!लाजवाब!!!संजीव गौतमhttps://www.blogger.com/profile/04495238607820943010noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-7380418627265977422009-07-18T17:24:40.546+05:302009-07-18T17:24:40.546+05:30मुझे तो इसमें बड़ी भयंकर धोखाधड़ी नज़र आ रही है.मुझे तो इसमें बड़ी भयंकर धोखाधड़ी नज़र आ रही है.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-84649228066060635452009-07-18T13:59:57.656+05:302009-07-18T13:59:57.656+05:30अव्यक्त को व्यक्त कर दिया राढी जी!अव्यक्त को व्यक्त कर दिया राढी जी!भारतीय नागरिकhttp://incitizen.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-55038162703617938932009-07-18T10:51:57.771+05:302009-07-18T10:51:57.771+05:30वाह..वाह..
कविता के माध्यम से जीवन की सुन्दर कथा ।...वाह..वाह..<br />कविता के माध्यम से जीवन की सुन्दर कथा ।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-59456958029679023102009-07-18T09:23:28.619+05:302009-07-18T09:23:28.619+05:30बहुत सुन्दर,लाजवाब.बहुत सुन्दर,लाजवाब.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-37204310814327628712009-07-18T05:42:52.572+05:302009-07-18T05:42:52.572+05:30जबरदस्त!! बहुत सुन्दर!!जबरदस्त!! बहुत सुन्दर!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-48595847967064518842009-07-17T21:50:49.826+05:302009-07-17T21:50:49.826+05:30ek uchchkotee ki rachana .......laazabaawek uchchkotee ki rachana .......laazabaawओम आर्यhttps://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-9817409558052616852009-07-17T19:31:16.659+05:302009-07-17T19:31:16.659+05:30गजब ढा रहे हैं आप तो ....बेहतरीन...बेहतरीन...बेहतर...गजब ढा रहे हैं आप तो ....बेहतरीन...बेहतरीन...बेहतरीनअनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com