tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post7705932762819292846..comments2024-03-11T07:53:35.778+05:30Comments on इयत्ता: लादेन की कविताईइष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-76398635212442369232008-11-24T08:08:00.000+05:302008-11-24T08:08:00.000+05:30कविता में शायद दशम रस देखने को मिले, आने तो दीजिए।...कविता में शायद दशम रस देखने को मिले, आने तो दीजिए।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-18175457765562570042008-11-24T07:00:00.000+05:302008-11-24T07:00:00.000+05:30कविता करेंगे लादेन?! मतलब लदने के दिन आ गये!कविता करेंगे लादेन?! मतलब लदने के दिन आ गये!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-16406931396148336242008-11-23T23:46:00.000+05:302008-11-23T23:46:00.000+05:30हम भी पढ़ने को तैयार बैठे हैं । हो सकता है वे अपना ...हम भी पढ़ने को तैयार बैठे हैं । हो सकता है वे अपना सारा विष कविताओं मे उलेढ़ दें और मनुष्यों को भविष्य में बक्श दें । कितनी मधुर कल्पना है !<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-46296764788712919722008-11-23T22:39:00.000+05:302008-11-23T22:39:00.000+05:30हम भी आशोक पाण्डेय जी से सहमत है.धन्यवादहम भी आशोक पाण्डेय जी से सहमत है.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-44279206581625345842008-11-23T22:11:00.000+05:302008-11-23T22:11:00.000+05:30छात्र जीवन में की गयी एक तुकबंदी मुझे याद आ गयी :-...छात्र जीवन में की गयी एक तुकबंदी मुझे याद आ गयी :-<BR/>''कवि ने किया शोध<BR/>कलम से निकाला खोंट<BR/>और चल पड़ा बाजार में बेचने<BR/>मुफ्त में जो मिला था<BR/>सरकारी कंडोम निरोध।''Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.com