tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post4673115048248710861..comments2024-03-11T07:53:35.778+05:30Comments on इयत्ता: दूध, दारू और पानीइष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-37928256905045633572008-03-27T00:33:00.000+05:302008-03-27T00:33:00.000+05:30isht dev ji ,ye niyam kya hote hen!!! kahan paye j...isht dev ji ,<BR/>ye niyam kya hote hen!!! kahan paye jate hen!!! Kya bhav milte hen!!! jai ram ji kiAnil Aryahttps://www.blogger.com/profile/14108322173036444861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-38248658210721570252008-03-26T16:49:00.000+05:302008-03-26T16:49:00.000+05:30ज्ञान भइया!आपकी सलाह सिर माथे पर. मैंने आदतें सुधा...ज्ञान भइया!<BR/>आपकी सलाह सिर माथे पर. मैंने आदतें सुधारने की शुरुआत कर दी है. उम्मीद है कि अगर अभी नहीं तो कल और वह भी नहीं तो अगले जन्म में सफलता जरूर मिल जाएगी. जल्दबाजी आप जानते ही हैं शैतान का काम है और मैं शैतान के रास्ते पर नहीं चल सकता. बोलिए जय भैरो बाबा की.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-80057759799195172872008-03-26T06:38:00.000+05:302008-03-26T06:38:00.000+05:30सही है। आप आदतें सुधार लें। देश की रफ्तार में बाधक...सही है। आप आदतें सुधार लें। देश की रफ्तार में बाधक न हों। वर्ना ऐसे ही कोई रोज रोज आपको ठोकता रहेगा।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-91165818952988816662008-03-26T03:49:00.000+05:302008-03-26T03:49:00.000+05:30कहे पर , पढ़े पर, सुने पर , गुने पर अमल न करना ही ...कहे पर , पढ़े पर, सुने पर , गुने पर अमल न करना ही तो हमारा संस्कार है !<BR/>बढ़िया है....अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-91821193598830146442008-03-26T02:50:00.000+05:302008-03-26T02:50:00.000+05:30भाई बात ठीक हे पानी बचाओ दारु चढाओ यही नया नारा हो...भाई बात ठीक हे पानी बचाओ दारु चढाओ यही नया नारा हो, सभी को सुबह सुबह दो गिलास नीड दारू पीलओ,सच मे भारत बडी तरक्की करे गा,ओर यह ट्रैफिक के नियमो का ठीक-ठीक अनुपालन करे गे सभी जब प्यास लगे दारु,जब सभी दारु पीकर अपने अपने वाहन चलायेगे तो भारत की जनसाख्या पर भी काबु पाया जा सके गा, चोरिया भी नही होगी,बलात्कार भी बन्द अरे सब जब दारु मे मस्त होगे तो कितना आनाज बचे गा.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com