tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post395658875287841885..comments2024-03-11T07:53:35.778+05:30Comments on इयत्ता: पत्रकार का प्रेमपत्रइष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-13474789764237358222007-10-23T20:46:00.001+05:302007-10-23T20:46:00.001+05:30आपने क्या लाजबाब लिखा है। कभी फुरसत के वक्त जरूर इ...आपने क्या लाजबाब लिखा है। कभी फुरसत के वक्त जरूर इस पर अमल किया जाएगा।sanjithttps://www.blogger.com/profile/05167472218911945788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-20457990653316848762007-10-23T20:46:00.000+05:302007-10-23T20:46:00.000+05:30आपने क्या लाजबाब लिखा है। कभी फुरसत के वक्त जरूर इ...आपने क्या लाजबाब लिखा है। कभी फुरसत के वक्त जरूर इस पर अमल किया जाएगा।sanjithttps://www.blogger.com/profile/05167472218911945788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-36179876250302481922007-10-23T20:38:00.000+05:302007-10-23T20:38:00.000+05:30भाईसाहब यकीन मािनए। अगर इस तरह प्रेमपत्र िलखा जाए।...भाईसाहब यकीन मािनए। अगर इस तरह प्रेमपत्र िलखा जाए। तो लड़कियों को पत्र के इंट्रों में ही पता चल जाएगा िक लड़का मुझसे चाहता क्या है। इससे लड़कियों की कई भावी समस्याएं हल हो जाएगी। साथ ही उन्हें लड़कों की िफतरत का भी पता चल जाएगा। अौर अगर लड़कियों ने भी इसी अंदाज ए बयां में प्रेमपत्र िलखा तो लड़कों को पहली लाइन में पता चल जाएगा िक लड़की तैयार है या नहींbhupendrahttps://www.blogger.com/profile/15948834370055870221noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-42000531628784402962007-10-23T13:45:00.000+05:302007-10-23T13:45:00.000+05:30वैधानिक चेतावनी : अगर कोई इसे पढ़कर प्रेमपत्र लिखन...वैधानिक चेतावनी : अगर कोई इसे पढ़कर प्रेमपत्र लिखने की प्रेरणा लेने की ग़लती करता है टू इसके लिए जिम्मेदार वह स्वयम होगा. यह गारंटी है की जो भी इस आधार प्रेमपत्र लिखेगा पत्र पढ़ने के बाद प्रेमिका की और से घास डाले जाने की उम्मीद टू उसे नहीं ही करनी चाहिए। अलबत्ता पत्नी भी ऐसा प्रेम पत्र पढ़कर भाग सकती है. अतः कृपया प्रेम पत्र अपनी जिम्मेदारी पर ही लिखें.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-41164448664788762252007-10-23T12:38:00.000+05:302007-10-23T12:38:00.000+05:30इस टेलीफोन ने प्रेमपत्रों का सत्यानाश कर दिया व...इस टेलीफोन ने प्रेमपत्रों का सत्यानाश कर दिया वरना लोग दूसरे के पत्रों की नक़ल मारकर भी प्रेमी बन जाते थे. <BR/>इसे पढ़ाई में शामिल कर लेना चाहिए .इतिहास और पुरातत्व का भला होगा. hari shanker rarhi.Anonymousnoreply@blogger.com