tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post355316682989138578..comments2024-03-11T07:53:35.778+05:30Comments on इयत्ता: अथातो जूता जिज्ञासा - 3इष्ट देव सांकृत्यायनhttp://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-55192790262320995862009-02-17T02:18:00.000+05:302009-02-17T02:18:00.000+05:30सही चल रहा है पंडितजी....कहीं पे निगाहें , कहीं पे...सही चल रहा है पंडितजी....कहीं पे निगाहें , कहीं पे निशाना...<BR/>गुडजी...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-65730761585842292942009-01-28T23:28:00.000+05:302009-01-28T23:28:00.000+05:30ज्ञान भैया लगता है आप के इरादे नेक नहीं है. आख़िर...ज्ञान भैया <BR/>लगता है आप के इरादे नेक नहीं है. आख़िर किसके लिए निकाले हैं आपने जूते?इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-45739112561235380162009-01-28T22:10:00.000+05:302009-01-28T22:10:00.000+05:30भईया शायद जुते कीमती हो, भरत भईया भी तो सयाने थे,...भईया शायद जुते कीमती हो, भरत भईया भी तो सयाने थे, अगर फ़िकर होती भाई की तो उन्हे बाटा के नये जुते भी साथ दे देता....<BR/>चलिये हमे क्या यह उन का निजी मामला है.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-78333228375235776932009-01-28T14:36:00.000+05:302009-01-28T14:36:00.000+05:30अब देखिये हमने प्रभावित हो कर पोस्ट पढ़ने के दौरान...अब देखिये हमने प्रभावित हो कर पोस्ट पढ़ने के दौरान अपने जूते उतार दिये। सही समझ के लिये जूता पहनना भी शायद बाधक है! :) <BR/>आप जूता जिज्ञासा जगाये रहें - यह कामना है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-26248704067934733672009-01-28T10:05:00.000+05:302009-01-28T10:05:00.000+05:30लगता है भरत चाहता था कि खडावु तो ले ही लें ताकि ...लगता है भरत चाहता था कि खडावु तो ले ही लें ताकि रामजी को जंगल में नंगे पैर चलवा कर पूरी ऐसी तैसी कर लें. व्यंग अच्छा लगा.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-77914567920086629092009-01-28T07:50:00.000+05:302009-01-28T07:50:00.000+05:30ज़रूर नज़र मारेंगे सर. आज ही शाम को.ज़रूर नज़र मारेंगे सर. आज ही शाम को.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-995679880272695615.post-40575833080762300952009-01-28T07:13:00.000+05:302009-01-28T07:13:00.000+05:30युवराज की सोच है कि डेटॉल माफिक ही एन्टी बेक्टेरिय...युवराज की सोच है कि डेटॉल माफिक ही एन्टी बेक्टेरिया का काम स्कॉच कर देती है..उसी से काम चला लेते हैं.<BR/><BR/>जूता जिज्ञासा के तहत कभी काफी पहले दर्ज किया था:<BR/><BR/>http://udantashtari.blogspot.com/2007/04/blog-post.html<BR/><BR/>मौका जब कभी लगे, नजर मार दिजियेगा. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com